इस जीवन मे कइयों से मिलना होगा , कइयों से बिछड़ना होगा !
कुछ स्वार्थ के बनेंगे रिश्ते कुछ स्वार्थी हो जाएंगे रिश्ते, कुछ में मनमुटाव होगा तो कुछ में अप्रितम प्यार होगा !
कुछ सगे पराये हो जाएंगे और कुछ विचारों से सगे हो जाएंगे !
ये जीवन है , यहां हर वक़्त परिवर्तन होगा 😌
कुछ नदियां सागर हो जाएंगे, तो कुछ वही बादल बनकर नदियां बन जाएंगे !
ये चक्र यूँ ही चलता रहेगा , भावनाओं का संगम होता रहेगा !
कर्म करते करते हम खो जाएंगे फिर कभी हम गहरी नींद में सो जाएंगे !!
वर्तमान कब इतिहास बन जायेगा , शायद ये जानने को कभी वक्त ही न मिल पायेगा
आसान नही है जिंदगी जीना यहां , कहना पड़ता है अच्छा जब कोई पूछे "कैसे हो तुम वहां" ?
ये मेरे जीवन के अनुभव से कुछ पंक्तियां बन पाई है !
बहुत है शब्दो की बूंदे और हाँ मुझमे भी सागर सी गहरी खाई है !
हाँ मुझमे भी सागर सी गहरी खाई है !
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